ईट लव एंड प्रे (Eat Travel and Pray)
“Good
friend listen to your adventures the best friend makes them with you.” पिछले दिनों की कुछ बहुत अच्छे दोस्तों के
साथ की गई शिर्डी यात्रा में ऊपर की गई बात एक दम सही साबित हुई। यात्राएं हमें जीवन
भर की सुहानी यादें और बहुत सारा अनुभव देती हैं। यात्रा हमारे ज्ञान को बढ़ाती है
और हमारी व्यवहारिक कुशलता को प्रखर करती है। यात्राएं के दौरान हमारा सामना कई प्रकार
के लोगों और परिस्थितियों से होता हैं यह हमें एक कुशल संचारक और पारिस्थित्यात्मक
नेतृत्व(Situational
leadership) क्षमता को बढा़ता है।
दोस्तों के साथ की गई यात्राएं रोमांच और
मस्ती भरी होती हैं। समान सोच वाले दोस्तों के साथ की गई यात्राएं बहुत सारे किस्से कहानी और चर्चाओं का संसार खोलती
है। ऐसी यात्राएं हमारी दोस्ती को और गहरा बनाती हैं। साथ ही हमें कभी ना भूलने वाले
किस्से और अनुभव देती हैं।
यात्रा हमारी सोच को व्यापक बनाती हैं और हमारे
जीवन को नया आयाम देती हैं। यात्रा के दौरान हर जगह की विविधता और विभिन्न प्रकार का
भोजन हमें प्रकृति के और करीब ले जाता हैं और हमारी शारीर को और समक्ष और अनुकूल बनाता
हैं।
यात्राएं हमें हमारे दैनिक जीवन की उथल पुथल
के परे एकांत प्रवास में आत्मावलोकन का अवसर देती हैं। यात्रा में अगर आध्यात्मिकता
का समावेश होता हैं तो हम अपने सारे आडम्बरों को छोड़ कर खुद को ईश्वर के ज्यादा करीब और चैतन्य
पाते हैं।
हर साल में हमें कम से कम एक यात्रा जरूर करनी
चाहिए। और जब भी मौका मिले ईट ट्रेवल एंड प्रै
( Eat
Travel and Pray) का अनुभव करना चाहिए।
जितेन्द्र पटैल।
I second you, sir. Traveling helps a person meet themselves and explore unexplored possibilities which a person possesses. Traveling and Spirituality make the perfect combination and helps a human being understand the importance of subtle signals from the environment.
ReplyDeleteI also love exploring new places and don't miss out on the food and the delicacies. I thoroughly enjoy it more than anything being a foodie.
Your blogs are inspiring so much so that after reading this, I feel like going somewhere to find my lost pieces. Well done sir. Hope to see you penning down more such inspiring masterpieces.
The world is a book, and those who do not travel read only one page.” –Saint Augustine. Thanks a lot kunj Sir you have just briefed my blog to everyone. Do Eat, Travel and Pray life is not about milestone but the journey. I thanks you for such a beautiful comment. Yes sir there is always more to come.🙏🙏🙏
Deleteआप तो ब्लॉगबस्टर हो सर, बहुत बढ़िया 👏👏👏
ReplyDeleteआपसे मिले उत्साहवर्धन से मन प्रफुल्लित हो गया। ऐसा लगा मानो बड़े भाई ने पीठ थपथापाई हो। 🙏🙏🙏
DeleteYes travels makes u happy
ReplyDeleteThanks for your kind word of appreciation 🙏🙏🙏
Delete