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Showing posts from February, 2021

आहार शुद्धि विचार शुद्धि

भारतीय संस्कृति में भोजन को जीवन का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा माना गया है । आज जब सारा विश्व पर्यावरण परिवर्तन (climatic change) एवं भूमंडलीय ऊष्मीकरण (Global Warming) की समस्या से जूझ रहा हैं और हमारा आहार इस समस्या का एक मुख्य कारण है तब भारतीय भोजन पद्धति इसका एक उचित समाधान माना जा रहा है । भारतीय पौराणिक वेद भोजन को ऋतु चक्र के साथ जोड़ते है और मौसम के अनुसार खाने पर जोर देते हैं । भारतीय शास्त्रों के अनुसार हमारा खाना हमारी शारीरिक मानसिक अवस्था एवं स्वभाव पर गहरा प्रभाव डालता है । चाणक्य नीति में वर्णित यह श्लोक  “दीपोभक्षयतेध्वान्तंकज्जलं च प्रसूयते | यदन्नं भक्षयेन्नित्यंजाय तेतादृशी प्रजा” जिसका अर्थ है कि जिस प्रकार दीपक अंधकार खाकर काजल उत्पन्न करता है उसी प्रकार मनुष्य जो भी खाता है उसी प्रकार  के विचार  उत्पन्न करता है । यह श्लोक भोजन का मानव जीवन में होने वाले गहरे प्रभाव को दर्शाता है । आयुर्वेद में भी भोजन को सात्विक तामसिक और राजसिक प्रकारों में बाँटा गया है । भारतीय स्वदेशी या देशज खाने की बात करें तो घरेलू उगाई गई फसलें ताजे फल फूल और सब्जियां साथ ही मसाले जैसे क

संयोजन सहयोग एवं समन्वय

 पिछले दिनों संस्थान में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में संयोजक की भूमिका निभाने का मौका मिला । आज के लेख में इस आयोजन से मिलने वाले प्रबंधकीय शिक्षाओं (Managerial lesson) की बात करेंगे। किसी भी बड़े एवं जटिल कार्य की शुरुआत में कार्य उतना व्यवस्थित नहीं प्रतीत होता हैं। ऐसे में वरिष्ठ एवं उच्चतर व्यक्तियों का मार्गदर्शन एवं अनुभव काफी मदद करता है । इस समय कार्य में रोज हुई छोटी प्रगति भी मायने रखती हैं क्योंकि कोई भी बड़ा कार्यक्रम छोटे छोटे कार्यों के संयोजन से ही पूरा होता हैं और यह छोटी उपलब्धियां हमें प्रोत्साहित करती हैं। किसी भी महत्वपूर्ण एवं विशेष कार्य को सम्पूर्ण करने के लिए सामूहिक प्रयास वरिष्ठों का सहयोग एवं बड़ो का आशीर्वाद बहुत आवश्यक है। साथ ही उनका मार्गदर्शन और हम पर किया गया विश्वास हमारे आत्मविश्वास को प्रबल करता है । और हम विश्वास के साथ कोई भी बड़ा काम कर देते हैं। कोविड काल में संगोष्ठी का आयोजन वरचुअल मोड में किया गया और इसकी सफलता में तकनीकी माध्यमों के योगदान की भूमिका को नकारा नहीं जा सकता हैं परंतु तकनीक के उचित उपयोग के लिए भी तकनीकी दक्षता के अलावा परस