नववर्ष, नवहर्ष, नवसंकल्प।

 



वर्ष 2020 कोरोना जैसी व्शैविक महामारी के कारण काफी संघर्षपूर्ण, उलझा और निराशाजनक रहा। इस वर्ष कई लोगों ने अपनों को खोया, कुछ लोगों को अवसाद ने घेर लिया और कई लोगों को आर्थिक नुकसान हुआ।

परंतु देखा जाए तो वर्ष 2020 ने हमें काफी कुछ सिखा दिया। जैसे हम प्रकृति का हिस्सा हैं कि स्वामी और हमें उसकी उपेक्षा नहीं करनी चाहिए। हम सबसे ऊपर एक दैविय शक्ति हैं। जिसके प्रति हमें कृतज्ञ और विनम्र रहना हैं। संयम, धैर्य और संचय हमारी असल शक्ति हैं। परिवार सर्वोपरि है और काम एवं परिवार में संतुलन बनाना आवश्यक है। हमारा स्वास्थ्य हमारी पहली प्रत्मिकता हैं और भौतिक सुखों से ज्यादा महत्वपूर्ण हैं। दुसरो के प्रति दयाभाव, मानवता में ही सच्चा सुख है‌। सिमित संसाधन में गुजरा किया जा सकता हैं। हममें से कई ने नई उर्जा के साथ निराशा पर विजय पाई। व्यक्तिगत क्षति से उभर कर हमें प्रोत्साहित किया। इस वर्ष ने हमें तकनीक का सही उपयोग भी करना सीखा दिया। यह सारे पाठ हमें जीवन भर याद रहेंगे।

2020 में व्यक्तियों ने अपने परिवार को अच्छे से जाना बच्चों के साथ समय बिताया। बुजुर्गो का सानिध्य प्राप्त किया। अपने कौशलों को पहचाना और तकनीक के सहारे उसे दुनिया के सामने पेश किया। यूट्यूब (Youtube) ब्लॉगिंग, वेविनार जैसे माध्यम से अपनी कला को प्रदर्शित किया लोगों ने भौतिक ज्ञान के अलावा आध्यात्मिक दृष्टिकोण भी विकसित किया। योग ध्यान और ग्रंथों से आत्म अवलोकन कर खुद को पहचाना।

ऐसा नहीं हैं कि वर्ष 2020 केवल निराशाजनक ही रहा इस वर्ष ने हमें जीवन के प्रति नया नजरिया दिया I आने वाले नववर्ष 2021 में चीजें एकदम नहीं बदलेगीं पर अब हम उनका सामना करने में ज्यादा सक्षम और तत्पर हैं। दुनिया और भारत में चल रहें कोरोना वैकसिन परिक्षण और उसके सकारात्मक परिणाम बेहतर भविष्य के लिए आशान्वित  करतें हैं। हम सभी को बीते वर्ष से सीख लेकर नववर्ष का नवहर्ष से स्वागत करना चाहिए। साथ ही अपने कौशलों, ज्ञान और काम को और निखारना चाहिए। नवसंकल्पों से नववर्ष के प्रति तैयारी करें। 2020 में सीखी नई कलाओं और शौकों को जारी रखें उन्हें नए आयाम दें। वास्तविक एवं स्पष्ठ लक्ष्य निर्धारित करें और उन्हें पूरा करें। छोटी खुशियों का जश्न मनाए। इस वर्ष हमारे संकल्प हर बार की तरह लिए नववर्ष संकल्पों ( New Year Resolution) की तरह अल्पगामी नहीं होने चाहिए।

आने वाले वर्ष में ईश्वर और प्रकृति के प्रति कृतज्ञ रहकर, परिवार और काम में संतुलन बनाकर, स्वाथ्य के प्रति सजग रहकर, जीवन और मानवता के प्रति आशावान रहकर । नव उत्साह, नव हर्ष और नव संकल्पों से नव वर्ष  का स्वागत करें ।

नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं ।

जितेन्द्र पटैल।

Comments

  1. Well written sir 👏🏻, most of the people are just focusing on the negative side, there are very few focusing on the positive side. The students got the chances to do lots of certification course , but in that too not everyone of them take this opportunity and those kind of people are talking about the negativity

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    1. Thanks a lot. Very true one of see opportunity in tough situation and positivity in every negativity.

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