जोश और जुनून
टोक्यो ओलंपिक और पैरालंपिक में भारतीय खिलाड़ियों ने अद्भुत और जबरदस्त खेल और कौशल प्रस्तुत कर अभी तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन किया। सात मेडलों के साथ भारतीय खेमा हॉकी, बेडमिंटन, कुश्ती, वेटलिंफटिंग और भाला फेंक जैसे परम्परागत खेलों में मैडल जीतने में कामयाब हुआ। वहीं फेनसींग जैसे नए खेल में अपने जौहर दिखाए।
पैरालंपिक में भी भारतीय खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन जारी है चार स्वर्ण सात चाँदी और छह कांस्य के साथ यह लेख लिखे जाने तक कुल सत्रह पदक के साथ अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया पदकों की संख्या आगे भी बढ़ेगी। सबसे अच्छी बात यही रही है कि व्यक्तिगत या टीम हर प्रकार के खेलों में खिलाड़ियों ने दम दिखाया।
इसमें कोई दो राय नहीं है कि लक्ष्य को पाने के लिए कड़ी मेहनत निरंतर प्रयास धैर्य एकाग्रता विश्वास के साथ जोश और जनून भी उतना ही आवश्यक है आज का लेख हर खिलाड़ी के जोश और जनून को समर्पित है जिसने न सिर्फ उन्हें सफल बनाया अपितु पूरे देश को जोश, जनून, गौरव, खुशी और उत्साह से भर दिया।
जीवन में कुछ कर गुजरने के लिए जोश और जुनून दोनों की जरूरत होती हैं। जीवन का उद्देश्य पाने के लिए यह दोनों का बहुत महत्व है। हम में से कई लोग अपने उद्देश्य को जान चुके है जबकि कुछ लोग अभी भी उसकी तलाश में है पर जब तक जोश और जुनून हमारे साथ है हम जीवन लक्ष्य जरूर हासिल कर सकते हैं। यह हमें हर नकारात्मकता, निंदा और अविश्वास से लड़ने की ताकत देतें है।
ज्यादातर जोश और जूनून को उम्र के साथ जोडा़ जाता हैं पर अगर लक्ष्य निश्चित हो तो यह उम्र की सीमा से परे है। यह दोनों हमें हमेशा नया सीखने, छोटे एवं प्रभावी प्रयास करने, काम को पूरा करने और परिणामों को देखने की शक्ति प्रदान करता है। उद्देश्य जीवन का सबसे बड़ा प्रोत्साहन है। जोश और जूनून का रहस्य उद्देश्य ही है। जब हम जीवन में कुछ कर गुजरने की ठान लेते है तब उसे करने के लिए आवश्यक जुनून खुद ही आ जाता हैं।
उद्देश्य के साथ भावनात्मक जुड़ाव बौद्धिक जुड़ाव से कई आवश्यक है क्योंकि यही हमारी ऊर्जा और जोश को लक्ष्य के प्रति संचारित करता है। दिमाग हमें बांधता है वही भावनाएँ हमें खोलती है। डर का सबसे बेहतर विकल्प लक्ष्य का ज्ञान हैं। हमारे मन को इस बात से ज्यादा कुछ व्यतीत नहीं करता, जब हमें लक्ष्य प्राप्ति का विश्वास होता हैं परंतु हम प्रयास नहीं करतें। भाग्य भी अथक प्रयासों का अच्छे मौके के साथ मिलन है।
आज से अपने जीवन उद्देश्य का निर्धारण कीजिए। इस। अपना लक्ष्य चुनिये और पूरे जोश और जूनून से अपने संभावित जीवन का अनुभव कीजिए।
इस लेख का मकसद किसी भी तरह से खिलाड़ियों की मेहनत को कम आंकना नहीं है। कड़ी मेहनत और प्रयास के बिना सफलता संभव नहीं है।
जितेन्द्र पटैल।
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