समस्या


एक बार एक व्यक्ति की ऊटों के अस्तबल में ऊटों की देखभाल की नौकरी लगती हैं। उसका मालिक उसे निर्देश देता हैं कि रात को जब तक सारे ऊंट न बैठ जाए तब तक उसे आराम नहीं करना हैं। अपने मालिक की बात ध्यान में रखते हुए वह जब अस्तबल में पहुंचता है तो ऊटों को बैठाने का प्रयास करता है कुछ ऊंट जल्द ही बैठ जाते है। कुछ ऊंट खड़े रहते हैं वह एक तरफ के ऊंट बिठाता है तो दुसरी तरफ के ऊंट खड़े हो जातें है। काफी कोशिश के बाद भी कुछ ऊंट नहीं बैठते है। परेशान होकर वह व्यक्ति एक कोने में बैठ कर ऊंटो को देखने लगता है। वह यह पाता है कि कुछ समय बाद ऊंट स्वतः ही बैठ गए है। उसके बाद वह भी आराम करनें चला जाता है। 
अगर हम गौर करें तो हमारे जीवन में समस्याएं भी इसी तरह की होती हैं कुछ समस्याओं को हम तुरंत हल कर सकते है। कुछ समस्याएं थोड़ी मेहनत और प्रयासों से हल होती है और कुछ कितनी भी कोशिश के बाद भी हल नहीं होती हैंं। पर आगे चलकर स्वयं ही हल हो जाती हैं। हमें अपनी परेशानियों को लेकर गंभीर और सजग रहना चाहिए ना की चंतित। जिन समास्याओं का हल अपने हाथ में है उन्हें तभी हल कर लेना चाहिए और बढा़ना नहीं चाहिए और जो समस्या हमारे लाख प्रयासो के बाद भी हल नहीं हो सकती उनमें व्यर्थ अपना समय और सामर्थ्य गंवाने का कोई लाभ नहीं हैं।

 यहां में यह भी नहीं कह रहा हूँ कि हमें  छोटी समस्याओं से भी विमुख हो जाना चाहिए। कठिनाई एवं संधर्ष मानव जीवन का निरंतर हिस्सा है और यही हमें उन्नति की ओर  अग्रसर करता हैं। पर व्यर्थ की चिंता से हम अपने वर्तमान और भाविष्य दोनों को असहज और अनिश्चित बनाते हैं।
जितेन्द्र पटैल।

Comments

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    1. बहुत बहुत धन्यवाद🙏🙏🙏

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  2. Maanav jeevan ki samasyaon aur pareshanion ka bahut hi sundar prakar se varnan kiya hai .... Keep writing such educational stories

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    1. Thanks for the appreciation. Your positive words will keep me high spirits to post more such good things. 🙏🏻🙏🏻🙏🏻

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  3. Awesome sir keep posting 😊👌🙌🙏

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    1. Thanks for the appreciation. God Bless. 🙏🙏🙏

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  4. Thanks for the appreciation. God Bless🙏🙏🙏

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    1. बहुत बहुत धन्यवाद 🙏🙏🙏

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