नववर्ष, नवहर्ष, नवसंकल्प।
वर्ष 2020 कोरोना जैसी व्शैविक महामारी के कारण काफी संघर्षपूर्ण , उलझा और निराशाजनक रहा। इस वर्ष कई लोगों ने अपनों को खोया , कुछ लोगों को अवसाद ने घेर लिया और कई लोगों को आर्थिक नुकसान हुआ। परंतु देखा जाए तो वर्ष 2020 ने हमें काफी कुछ सिखा दिया। जैसे हम प्रकृति का हिस्सा हैं न कि स्वामी और हमें उसकी उपेक्षा नहीं करनी चाहिए। हम सबसे ऊपर एक दैविय शक्ति हैं। जिसके प्रति हमें कृतज्ञ और विनम्र रहना हैं। संयम , धैर्य और संचय हमारी असल शक्ति हैं। परिवार सर्वोपरि है और काम एवं परिवार में संतुलन बनाना आवश्यक है। हमारा स्वास्थ्य हमारी पहली प्रत्मिकता हैं और भौतिक सुखों से ज्यादा महत्वपूर्ण हैं। दुसरो के प्रति दयाभाव , मानवता में ही सच्चा सुख है। सिमित संसाधन में गुजरा किया जा सकता हैं। हममें से कई ने नई उर्जा के साथ निराशा पर विजय पाई। व्यक्तिगत क्षति से उभर कर हमें प्रोत्साहित किया। इस वर्ष ने हमें तकनीक का सही उपयोग भी करना सीखा दिया। ...