कथा और कहानी
भारतीय संस्कृति में कथा और कहानियों का अपना ही महत्व हैं।कहानियों माध्यम है बड़ी बातों को सहजता से कहना का । प्रचीन भारतीय पंरपरा में कोई भी विषय कथा से ही शुरू होता है जैसे शिव द्वारा रमायण की कथा , या भगवत गीता का संजय उवाच से शुरू होना, विक्रम बेताल की कहानियों से एक श्रेष्ठ राजा के गुणों का चित्रण करना, पंचतंत्र की कहानियों से जीवन प्रबंधन के अनमोल पाठ या जातक कथाओं से बोधिसत्व का ज्ञान, गुरु नानकदेव की प्रेरित करने वाले किस्से या फिर किसी सुफी संत के द्वारा गाया गया फलसफा।सबकुछ कथाओं से सारी बातें बताना पर जोर डालता हैं। यहीं नहीं वैज्ञानिक तथ्यों को जैसे सूर्य से पृथ्वी की दुरी बताती हनुमान चालीसा की चौपाई, या समुद्र मंथन से आत्ममंथन की यात्रा की कथा। चांद की कलाओं की कथा । मंगल को हमने सदियों से लाल रंग से जोडा़ और आज वैज्ञानिक खोज मंगल पर लाल मिट्टी के प्रमाण मिले हैं। आज के आधुनिक और वैज्ञानिक युग में जिसमें तथ्यों, प्रयोगों और उनके नतीजों पर ज्यादा जोर दिया जाता है। कथा कहानियों को अनदेखा किया जा रहा हैं इसका दुसरा कारण बढ़ते एकल परिवार भी है जि...